मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद में तीन लोगों की मौत, 110 से अधिक गिरफ्तार
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ जारी प्रदर्शन के दौरान हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। हिंसक भीड़ को रोकने के प्रयास में 13 पुलिसकर्मी और दो नागरिक घायल हो गए। प्रभावित शमसेरगंज क्षेत्र में जाफरावाद स्थित एक घर में पिता और पुत्र के शव वरामद किए गए जिनके शरीर पर चाकू से वार के निशान मिले हैं।
पुलिस अधिकारी ने वताया दोनों अपने घर के अंदर अचेत अवस्था में जमीन पर पड़े मिले और उन्हें पास के अस्पताल में ले जाया गया जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। उनके परिवार ने आरोप लगाया कि वदमाशों ने उनके घर में लूटपाट की और दोनों पर चाकू से प्रहार कर दिया। अधिकारी ने बताया, एक अन्य घटना में शमसेरगंज प्रखंड के धुलियान में एक अन्य व्यक्ति को गोली मार दी गई। वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में शुक्रवार को जिले के सूती और शमसेरगंज इलाकों में बड़े पैमाने पर हिसा की खबरें आई है।
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मुस्लिम बहुल मुर्शिदावाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा के सिलसिले में 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। नए कानून को लेकर शुक्रवार को मालदा, मुर्शिदावाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में हिसा भड़क गई थी और पुलिस वैन सहित कई वाहनों में आग लगा दी गई, सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया और सड़कें अवरूद्ध कर दी गई। पुलिस ने वताया कि इन सभी जिलों में छापेमारी की जा रही है और मुर्शिदाबाद में 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हिंसा के सिलसिले में सुती से लगभग 70 लोगों और शमशेरगंज से 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने वताया कि हिसा प्रभावित इन स्थानों पर शनिवार सुवह स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन किसी अप्रिय घटना की खवर नहीं है। सर्वाधिक प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और उन स्थानों पर इंटरनेट सेवाएं निलंवित कर दी गई है जहां हिसा हुई थी।
सुती और शमशेरगंज इलाकों में गश्त जारी है। किसी को भी कहीं भी इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है । हम कानून और व्यवस्था की स्थिति को वाधित करने के किसी भी प्रयास की अनुमति नहीं देंगे। उन्होंने लोगों से ‘सोशल मीडिया पर अफवाहों’ पर ध्यान न देने की अपील की। इस बीच, पुलिस ने वताया कि सुती में झड़प के दौरान कथित तौर पर पुलिस की गोलीवारी में घायल हुए एक नावालिग लड़के को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिन जिलों में हिसा हुई, उनमें मुस्लिम आवादी काफी है।
हाईकोर्ट ने दिया केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश
कोलकाता। कलकत्ता हाईकोर्ट ने शनिवार को पश्चिम वंगाल के मुर्शिदावाद जिले में सीआरएपीएफ की तैनाती का आदेश देते हुए कहा कि इस तरह की स्थिति आने पर वह अपनी आंखें वंद नहीं रख सकता। यह जिला वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शनों से कथित रूप से जुड़ी हिसा से प्रभावित है। अदालत ने कहा, क्षेत्र में शांति और व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए नागरिकों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जा चाहिए। न्यायमूर्ति सौमेन सेन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने सामान्य स्थिति वहाल करने में मदद करने के लिए मुर्शिदावाद के प्रभावित क्षेत्रों में सीएपीएफ की तैनाती का आदेश दिया। अदालत ने राज्य सरकार और केंद्र दोनों को स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। मामले की अगली सुनवाई 17 को होगी।
हिंसा के लिए ममता जिम्मेदार : मजूमदार
कोलकाता। केंद्रीय मंत्री और भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुर्शिदाबाद जिले के अशांत इलाकों में कानून के शासन को सख्ती से लागू करने का आह्वान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता शासन शमशेरगंज, सुती और जंगीपुर में ‘हिंदुओं पर हमले के बावजूद आंखें मूंदे बैठा है। मजूमदार ने कहा, राज्य भाजपा की सत्ता आने पर अल्पसंख्यकों के एक वर्ग द्वारा की जाने वाली इस तरह की वर्वरता और गुंडागर्दी को पांच मिनट में रोक दिया जाएगा और कुचल दिया जाएगा। उन्होंने कहा, 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए और वीडीओ कार्यालय भीड़ द्वारा तोड़फोड़ की गई, क्योंकि तुष्टिकरण से प्रेरित राज्य प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाए ।
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